चाची की अनसुनी चूत चुदाई की दास्तान

चाची की अनसुनी चूत चुदाई की दास्तान


Chachi ki ansuni chut chudai ki dastan:
हैलो मेरे प्यारे पाठकों आज का समां बड़ा सुहाना है क्यूंकि एक चूत का दीवाना आज बड़ी ही रोमांचक कहानी अप सब के सामने लेके आया है | जी हाँ मेरे दोस्तों ये दास्ताँ है बुर के प्यासे टिन्नू टकला की जिसका लंड किसी भी चूत को आसानी से फाड़ सकता था | तो चलिए आज में आप को सुनाता हूँ उस अजीब से लौंडे की दास्ताँ | हम सब की जिंदगी में कभी न कभी वो पल आया ही होगा जब हमारे सामने चूत थी पर हमने उसे चोदने से इनकार कर दिया | पर टिन्नू टकला बिलुकुल ऐसा नहीं था उसका मकसद था हर चूत से पानी निकालना |
ये बात उन दिनों की है जब मैं स्कूल में पढता था और छुट्टी में गाँव जाता था | टिन्नू टकला हमेशा मुझे गाँव के मोड़ पर मिलता था और चूत की जुगाड़ में घूमता रहता था | मैं जेसे ही स्कूल से लौटकर आता था वो मुझसे पूछता था क्यों अपने नए लंड को चूत का पानी चखा दे | मैं उसे समय नादान था इसलिए कुछ बोल नहीं पता था | मेरी उम्र लगभग 15 साल की रही होगी पर मेरा लंड गजब का मोटा और लम्बा था |
मेरी चाची जब भी मैं मूतने जाता था मेरा लंड देखती थी और जब मैं नहीं दिखता था तो जबरदस्ती सामने आके देखती थी | उन्होंने कई बार मेरा लंड चूसा भी था और उससे कुछ सफ़ेद सफ़ेद पानी भी पिया था पर मुझे उस वक़्त इस चीज़ का बिलकुल भी इल्म न था की ये होता क्या है | धीरे धीरे चाची की हरकतें बढती जा रही थी और मुझे भी अच्छा लगता था जब वो ऐसा करती थी | रात में मैं छत पे ही सोता था और वो नीचे अपने बच्चे को सुलाती थी और वहीँ सोती थी |
एक रात को वो ऊपर आई और मुझे पूरा नंगा किया | फिर खुद भी नंगी हुई और मुझे अपने दूध को छूने को कहा | मैंने भी शरमाते हुए छू लिया और फिर उन्होंने अपना एक निप्पल मेरे मुह में दे दिया | मैंने भी कहा ये क्या कर रही हो चची तो उन्होंने कहा चूस | मैंने कहा चाची ये क्या कर रही हो तो उन्होंने बोला चुपचाप जो बोल रही हूँ कर नहीं तो तुझे मारूंगी | मैं भी उन्होंने जो बोला वो करता गया और उनका दूध चूसता गया | क्या निप्पल थे यार मज़ा आ गया और उसमे से दूध भी निकल रहा था जो की मैंने सारा पी लिया |
अब उन्होंने मेरा लंड चूसना शुरू किया और तब तक चूसा जब तक मेरे लंड से गीला गीला सफ़ेद सा पानी है निकला | उसके बाद वो नीचे चली गयी और सो गयी | मुझे भी अच लगा और मिंज भी चाची से अब खुल गया | जब भी मैं स्कूल से घर आता था तो चाची के पास जाकर उनसे कहता चची वो दिखाओ न और चाची मुझे दिखा देती और में उसे चूसने लगता | वो भी मेरा लंड चूसती और पानी आने के बाद छोड़ देती |
मेरे मन में ये सवाल आया की चाची आखिर एसा करती क्यों हैं | चाचा को पता चला तो वो मारेंगे | फिर एक दिन टिन्नू टकला मुझे मोड़ पे दिखा और मैं उसे एक खेत में लेकर गया | मेरे मन में जो सवाल था उसका जवाब मुझे चाहिए था | मैंने उससे जो भी मेरे साथ हुआ था वो बताया और उससे कहा की मेरी मादा करो | उसने मुझसे कहा चाचा आपकी चाची की प्यार नहीं बुझा रहे है इसलिए वो तुम्हरे साथ एसा करती है | फिर मैंने उससे कहा की क्या मेरा लंड ख़राब हो जाएगा उसने कहा नहीं | उसने मुझसे पुछा कि क्या पहोले कभी चुदाई की है |
मैंने अपना सर ना में हिलाया !!! उसने कहा की जब तुम चाची को चोदोगे तब लंड में दर्द होगा क्यूंकि उसकी सील टूटेगी | पर मज़ा बहुत आएगा एसा कहके वो अपने रास्ते चला गया और मेरे सामने एक लड़की को लेके आया | उसने उस लड़की को नंगा किया और बोला मैं तुम्हे चोदना सिखा रहा हूँ | उसने लड़की की चूत जिसपे बहुत बाल थे उसे फैलाया और लंड को धीरे धीरे से अन्दर डाला | लड़की ने कहा आअह्ह्ह्ह धीरे से डालो ना फिर उसने पांच मिनट तक चुदाई की और लड़की ने उम्म्म्म्म आआअह्ह्ह्ह और करो और करो कहा और उसके लंड से भी सेफद पानी निकल गया |
मैंने कहा टिन्नू टकला मेरा लंड आप से बड़ा है और ये सफ़ेद पानी को क्या कहते हैं | उसने कहा इसे मुठ कहते हैं | अब मैं सब जान चुका था और मैं घर की ओर बढ़ने लगा | चाची बच्चे को दूध पिला रही थी तो मैंने कहा मुझे भी पीना है | मेरी चाची माल लगती है तो उन्होंने कहा आजा मेरे बेटे और एक निप्पल मेरे भी मुह में दे दिया | अब एक तरफ छोटू और दूसरी तरफ मैं पर मैंने चची को मस्त चूसा | उसके बाद मैंने चाची से पुछा की आप मेरा मुठ क्यों पीती हो तो उन्होंने कहा अच्छा लगता है इसलिए | मैंने कहा मुझे भी अच्छा लगता तो उन्होंने मुझे चूमा और कहा अभी और भी मज़ा आएगा |
चाची ने कहा तेरा लंड काफी बड़ा और मोटा है मुझे ऐसा लंड बहुत पसंद है | फिर उन्होंने मेरा लंड निकला और मुठ चूस के मुझे छोड़ दिया | मैं समझ चुका था की जो टिन्नू टकला ने वहां किया है वही चुदाई चाची यहाँ मेरे साथ करना चाहती हैं | पर मुझे अन्दर से डर भी लग रहा था कही मेरे लंड में कोई दिक्कत न हो जाये | फिर मैंने अपना मन बनाया की जो होगा देख लेंगे और अगर कुछ हुआ भी  सब संभल लेंगे इलाज करवा लेंगे | वाह मुझे तो सोचके ही इतना अच्छा लगने लगने लगा था की अब मैं इंतज़ार नहीं कर पा रहा था | अब तो मैं चाची से बात करने ही वाला था |
हर बार की तरह चाची ऊपर आई अपना ब्लाउज खोला और मुझे दूध पिलाने लगी ताकि मेरा लंड खड़ा हो जाये | मुझे तो चुदाई करनी थी तो मैंने चाची से कहा चाची आज बस अब नीचे वाला हिस्सा भी दिखाओ मुझे अपना लंड वहां डालना हैं | चाची मेरा मुंह देखती रह गयीं क्यूंकि उन्हें नहीं पता था की मैं ये सब भी जनता हूँ | उन्होंने कहा बेटा आज मैं तेरा लंड चूस लूँ कल में तुझे अपनी चूत दे दूंगी मन भर के अपनी चाची की बुर मारना | मैं तैयार हो गया और कल का इंतज़ार करने लगा |
मैं उस दिन स्कूल भी नहीं गया और बाज़ार से कंडोम ले आया क्यूंकि स्कूल की विज्ञान की किताब में लिखा है सम्भोग करते समय कंडोम अवश्यक है | अब मैं पूरा तैयार था अपनी चाची को चोदने के लिए और छत पे जाकर लेट गया | चाची आज भी ऊपर आई थी पर साथ में दूध लेके | उन्होंने कहा इसे पीले बीटा अपनी चची को रातभर चोदना है आज | मेरा लंड तो यह सुनकर ही खड़ा हो गया था | और मैंने उस दूध को एक सांस में गट गट पी गया |
अब सबसे पहले तो भाभी ने अपने सारे कपडे उतारे और मुझे दूध पिलाना शुरू किया | मैं भी चूसता गया और साथ में ही उनकी नाभि और पेट पर अपना हाथ फिरने लगा | वो ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् आआअह्ह्ह्ह जैसी आवाज़े निकल रही थी और मैं चूसता ही जा रहा था | अब उन्होंने मुझे अपने दूध पर हटा दिया और अपनी चूत पे मेरा मुह रख दिया | उन्होंने कहा बेटा ये गीली हो गयी है और अब तू इससे पानी निकाल दे | मैंने भी उनकी चूत पे अपनी जीभ रखी और चाटना च्सुरु कर दिया | में अपनी जीभ से ही चाची की चूत को चोदना शुरू कर दिया और वो भी मज़े से सिस्कारियां भरने लगी |
मैंने लगभग दो घंटे तक उनकी चूत चाटी और जैसे ही उनका पानी निकला मैंने सारा पी लिया | आआअह्ह्ह्ह ऊउफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़ अब इंतज़ार नहीं होता अपना लंड मेरी चूत में डालदो | मैंने कहा जैसी आपकी मर्ज़ी और अपना लम्बा मोटा लंड उनकी चूत में पेल दिया | वो चिल्लाने लगी और उनकी आंख से आंसू निकल आये | मैंने जोर जोर से उनकी छोट पे झटके मारना चालू कर दिया | वो मज़े में अपनी गांड उठाने लगी पर मेरे लंड से खून निकल आया |
उन्होंने कहा ऐसा होता है तू बस चोदता जा मुझे | मैंने भी अपनी रफ़्तार और तेज़ कर दी और चची मज़े में ऊउम्मम्म आआअह्ह्ह्ह और करो और जोर से कहने लगी | में उन्हें दो घंटे तक चोदता गया और हम दोनों एक साथ झड़ गये | उनकी चूत से मूत की धार बहने लगी | फिर वो गरम हुयी और मेरा लंड फिर से चूस के खड़ा किया और मेरे लंड के ऊपर बैठ गयी और खुद ही चुदाने लगी | उस रात कम से कम मैंने पांच बार उनके मुह में अपना माल गिराया |

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